Jāyasī kā kāvyaIṇḍiyana Yūnivarsiṭī Presa ke lie Himālaya Pākeṭa Buksa, 1973 - Всего страниц: 168 |
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Стр. 33
... कवियों ने कथा को दुःखान्त करने की परम्परा पर खेद प्रकट किया है और अपनी रचना का अन्त सुखान्त ही रखा है ; ऐसे कवियों में कवि मंझन , कवि ...
... कवियों ने कथा को दुःखान्त करने की परम्परा पर खेद प्रकट किया है और अपनी रचना का अन्त सुखान्त ही रखा है ; ऐसे कवियों में कवि मंझन , कवि ...
Стр. 37
... कवियों का काव्यादर्श था । - सिद्ध कवियों के पश्चात् नाथ कवियों का काव्य आता है । नाथ कवियों की रचना का आदर्श रहस्यात्मकता , लौकिकता ...
... कवियों का काव्यादर्श था । - सिद्ध कवियों के पश्चात् नाथ कवियों का काव्य आता है । नाथ कवियों की रचना का आदर्श रहस्यात्मकता , लौकिकता ...
Стр. 39
... कवियों के काव्य - सृजन में उनकी यश की लालसा का भी योग रहा है । - सिद्ध , नाथ एवं संत कवियों ने हिन्दू - मुसलमानों के पारस्परिक ...
... कवियों के काव्य - सृजन में उनकी यश की लालसा का भी योग रहा है । - सिद्ध , नाथ एवं संत कवियों ने हिन्दू - मुसलमानों के पारस्परिक ...
Часто встречающиеся слова и выражения
अतः अधिक अन्य अपनी अपने अर्थ अल्लाह आदि इन इस प्रकार इसके इसमें इसी इस्लाम इस्लाम धर्म ईश्वर उनके उन्होंने उसकी उसके उसी उसे एक एवं कथा कबीर कर करता है करते करना करने कवि कवि ने कवियों ने कहा का प्रतीक का वर्णन काव्य काव्य में किया है की की ओर की है कुछ के कारण के लिए केवल को कोई खण्ड गया है चित्रण जब जायसी ने जीवन जो तक तथा तो था थे दिया दोनों द्वारा धर्म नहीं नहीं है नागमती नाम पद्मावत पर परमात्मा पृ० प्रतीकों प्रयोग प्रस्तुत प्रेम प्रेम का फ़ारसी ब्रह्म भारतीय भावना भाषा भी मुहम्मद में भी यथा यद्यपि यह या ये रत्नसेन राजा राम वह वही विरह वे शब्द सब समन्वय साथ साधना साहित्य सूफ़ी से सौन्दर्य स्थान हिन्दी साहित्य ही हुआ है हुई हुए हृदय है और है कि हैं हो जाता है होकर होता है होती होते होने