Jāyasī kā kāvyaIṇḍiyana Yūnivarsiṭī Presa ke lie Himālaya Pākeṭa Buksa, 1973 - Всего страниц: 168 |
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Стр. 27
... उस दिव्य रत्न ( राजा रत्नसेन ) का स्पर्श किया , अब उनसे और वस्तु क्या छूऊं ? उस दिव्य रत्न या माणिक्य के प्रभाव से मेरे हाथ इतने लाल ...
... उस दिव्य रत्न ( राजा रत्नसेन ) का स्पर्श किया , अब उनसे और वस्तु क्या छूऊं ? उस दिव्य रत्न या माणिक्य के प्रभाव से मेरे हाथ इतने लाल ...
Стр. 64
... उस ' एक ' के दर्शन से वंचित हो गया है । उसे नामंजूर कर दिया गया है अत : उसे पुनः वह उल्लासावस्था प्राप्त नहीं हो रही है । शेख ने उसे ...
... उस ' एक ' के दर्शन से वंचित हो गया है । उसे नामंजूर कर दिया गया है अत : उसे पुनः वह उल्लासावस्था प्राप्त नहीं हो रही है । शेख ने उसे ...
Стр. 92
... उस परम ज्योति के सामीप्य की श्रानन्दमयी अनुभूति हो रही थी जिसके भंग होने का दुःख वह सचेत होने पर प्रकट करता है- " श्रावत जग बालक जस ...
... उस परम ज्योति के सामीप्य की श्रानन्दमयी अनुभूति हो रही थी जिसके भंग होने का दुःख वह सचेत होने पर प्रकट करता है- " श्रावत जग बालक जस ...
Часто встречающиеся слова и выражения
अतः अधिक अन्य अपनी अपने अर्थ अल्लाह आदि इन इस प्रकार इसके इसमें इसी इस्लाम इस्लाम धर्म ईश्वर उनके उन्होंने उसकी उसके उसी उसे एक एवं कथा कबीर कर करता है करते करना करने कवि कवि ने कवियों ने कहा का प्रतीक का वर्णन काव्य काव्य में किया है की की ओर की है कुछ के कारण के लिए केवल को कोई खण्ड गया है चित्रण जब जायसी ने जीवन जो तक तथा तो था थे दिया दोनों द्वारा धर्म नहीं नहीं है नागमती नाम पद्मावत पर परमात्मा पृ० प्रतीकों प्रयोग प्रस्तुत प्रेम प्रेम का फ़ारसी ब्रह्म भारतीय भावना भाषा भी मुहम्मद में भी यथा यद्यपि यह या ये रत्नसेन राजा राम वह वही विरह वे शब्द सब समन्वय साथ साधना साहित्य सूफ़ी से सौन्दर्य स्थान हिन्दी साहित्य ही हुआ है हुई हुए हृदय है और है कि हैं हो जाता है होकर होता है होती होते होने