Hindī-kāvya meṃ niyativādaKitāba Mahala, 1964 - Всего страниц: 384 |
Результаты поиска по книге
Результаты 1 – 3 из 69
Стр. 91
... भवितव्यता की अपरिहार्यता -- रासों में अनेक स्थानों पर भवितव्यता की अनिवार्यता एवं अपरिहार्यता घोषित की गई है । चंद का विश्वास है ...
... भवितव्यता की अपरिहार्यता -- रासों में अनेक स्थानों पर भवितव्यता की अनिवार्यता एवं अपरिहार्यता घोषित की गई है । चंद का विश्वास है ...
Стр. 92
... भवितव्यता ने ही नल - दमयन्ती का वियोग कराया , हरिश्चन्द्र को नीच घर रहने को विवश किया , नारद को नारी बनाया , दशरथ को शाप दिलाया , राम ...
... भवितव्यता ने ही नल - दमयन्ती का वियोग कराया , हरिश्चन्द्र को नीच घर रहने को विवश किया , नारद को नारी बनाया , दशरथ को शाप दिलाया , राम ...
Стр. 165
... भवितव्यता -- नारद - शाप के माध्यम से रामावतार की कथा पूर्व - नियत हो जाती है । राम - रावण युद्ध की समस्त भवितव्यता का दूसरा पक्ष पूर्ण ...
... भवितव्यता -- नारद - शाप के माध्यम से रामावतार की कथा पूर्व - नियत हो जाती है । राम - रावण युद्ध की समस्त भवितव्यता का दूसरा पक्ष पूर्ण ...
Другие издания - Просмотреть все
Часто встречающиеся слова и выражения
अतः अनेक अपनी अपने अभिव्यक्ति आदि इस इस प्रकार ई० ईश्वर उनका उनकी उनके उन्हें उस उसका उसकी उसके उसमें उसे एक एवं ओर और कबीर कर करके करता है करती करते करने कर्म कर्मों कवि कहते हैं का काल काव्य में किन्तु किया है किसी की कुछ के कारण के लिए के साथ को कोई गई गति गया है छंद जब जा जाता है जाती जीव के जीवन जो तक तथा तब तो था थी थे दिया दुख नहीं नियति नियतिवाद नियतिवाद की ने पर पृष्ठ प्रभाव प्राप्त फल भवितव्यता भाग भाग्य भारत भारतीय भावना भी भोग मनुष्य में नियतिवाद यह या रहा राम रामचरितमानस वह वही वाले वि० विधाता विधि विभिन्न विश्वास वे शक्ति सकता सब समय समस्त साहित्य सीता से स्थान हम हिन्दी हिन्दी साहित्य ही हुआ हुई हुए है और है कि है तथा हो होता है होती होते होने