Khaṛī Bolī kavitā meṃ viraha-varṇanaSarasvatī Pustaka Sadana, 1964 - Всего страниц: 556 |
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Стр. 109
... रहा । शहर में एक चिराग था , न रहा ॥ नवदे मानी का गंजदां न रहा । खाने मजमूं का मेजवां न रहा । कोई वैसा नजर नहीं आता । वह जमीं और वह ...
... रहा । शहर में एक चिराग था , न रहा ॥ नवदे मानी का गंजदां न रहा । खाने मजमूं का मेजवां न रहा । कोई वैसा नजर नहीं आता । वह जमीं और वह ...
Стр. 229
... रहा है , वे सदा एक साथ ही कर्ण भी रहे हैं , कंगाल भी , विद्रोही भी ... रहा है , पर बिल्कुल ऋजु नहीं । जन्म के बाद रो भी न पाये कि मां चल बसी ...
... रहा है , वे सदा एक साथ ही कर्ण भी रहे हैं , कंगाल भी , विद्रोही भी ... रहा है , पर बिल्कुल ऋजु नहीं । जन्म के बाद रो भी न पाये कि मां चल बसी ...
Стр. 343
... रही हैं । पर वे जोर से रो भी नहीं सकतीं पुत्र जग न जाये , उसकी नींद टूट न जाये ! फलस्वरूप वेदना की टीस से हृदय विदीर्ण हुआ जा रहा है ...
... रही हैं । पर वे जोर से रो भी नहीं सकतीं पुत्र जग न जाये , उसकी नींद टूट न जाये ! फलस्वरूप वेदना की टीस से हृदय विदीर्ण हुआ जा रहा है ...
Часто встречающиеся слова и выражения
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