Khaṛī Bolī kavitā meṃ viraha-varṇanaSarasvatī Pustaka Sadana, 1964 - Всего страниц: 556 |
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Стр. 133
... किसी न किसी रूप में विरह विद्यमान होता है , या हो सकता है । हमने शृङ्गार , वात्सल्य और करुण रसों की दृष्टि से नहीं , प्र ेम रस की ...
... किसी न किसी रूप में विरह विद्यमान होता है , या हो सकता है । हमने शृङ्गार , वात्सल्य और करुण रसों की दृष्टि से नहीं , प्र ेम रस की ...
Стр. 137
Rāmaprasāda Miśra. संभव ही नहीं है , जब तक किसी न किसी रूप में उससे शारीरिक या मानसिक परिचय न हो चुका हो । प्राकस्मिक चित्र दर्शन , गुण - श्रवण ...
Rāmaprasāda Miśra. संभव ही नहीं है , जब तक किसी न किसी रूप में उससे शारीरिक या मानसिक परिचय न हो चुका हो । प्राकस्मिक चित्र दर्शन , गुण - श्रवण ...
Стр. 526
... किसी का । X X X मैं करण करण में ढाल रही अलि प्रांसू के मिस प्यार किसी का । लाया X X X भादूत सुरभिमय सांसों का उपहार किसी का । किसी की ...
... किसी का । X X X मैं करण करण में ढाल रही अलि प्रांसू के मिस प्यार किसी का । लाया X X X भादूत सुरभिमय सांसों का उपहार किसी का । किसी की ...
Часто встречающиеся слова и выражения
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