Из работ московского семиотического кругаLitres, 15 мая 2022 г. Сборник посвящен наиболее значительной и самой ранней по времени ветви Московской семиотической школы, группирующейся вокруг сектора структурной типологии Института славяноведения и балканистики РАН, где был проведен в 1962 г. первый в России и СССР Симпозиум по структурному изучению знаковых систем. В настоящее время существует несколько специализированных Библиографий работ этого направления (Германия, Нидерланды, Австрия). Десятки работ участников (в особенности – основателей школы: Вяч. Вс. Иванова и В. Н. Топорова) переведены на иностранные языки Запада и Востока. Сборник состоит из Вводной статьи (Т. М. Николаева), Приложения (с воспоминаниями И. И. Ревэина и программой Симпозиума по структурному изучению знаковых систем) и четырех разделов: I. Простые семиотические системы. II. Реконструкция древнейших мифопозтических моделей (реконструкция древнейших индоевропейских мифологем; мифопоэтическая интерпретация фольклорных текстов). III. Методы семиотической реконструкции и фольклорные тексты. IV. Теория и семиотический анализ авторских текстов (теория текста, анализ и интерпретация прозаических текстов, анализ и интерпретация поэтических текстов). |
Содержание
0453 | 400 |
0454 | 401 |
0455 | 402 |
0456 | 403 |
0457 | 404 |
0458 | 405 |
0459 | 406 |
0460 | 407 |
xv | |
xvi | |
xvii | |
xviii | |
xix | |
xx | |
xxi | |
xxii | |
xxiii | |
xxiv | |
xxv | |
xxvi | |
xxvii | |
xxviii | |
xxix | |
xxx | |
xxxi | |
xxxii | |
xxxiii | |
xxxiv | |
xxxv | |
xxxvi | |
xxxvii | |
xxxviii | |
xxxix | |
xl | |
xli | |
xlii | |
xliii | |
xliv | |
xlv | |
xlvi | |
xlvii | |
xlviii | |
xlix | |
0051 | l |
0052 | 1 |
0053 | 2 |
0054 | 3 |
0055 | 4 |
0056 | 5 |
0057 | 6 |
0058 | 7 |
0059 | 8 |
0060 | 9 |
0061 | 10 |
0062 | 11 |
0063 | 12 |
0064 | 13 |
0065 | 14 |
0066 | 15 |
0067 | 16 |
0068 | 17 |
0069 | 18 |
0070 | 19 |
0071 | 20 |
0072 | 21 |
0073 | 22 |
0074 | 23 |
0075 | 24 |
0076 | 25 |
0077 | 26 |
0078 | 27 |
0079 | 28 |
0080 | 29 |
0081 | 30 |
0082 | 31 |
0083 | 32 |
0084 | 33 |
0085 | 34 |
0086 | 35 |
0087 | 36 |
0088 | 37 |
0089 | 38 |
0090 | 39 |
0091 | 40 |
0092 | 41 |
0093 | 42 |
0094 | 43 |
0095 | 44 |
0096 | 45 |
0097 | 46 |
0098 | 47 |
0099 | 48 |
0100 | 49 |
0101 | 50 |
0102 | 51 |
0103 | 52 |
0104 | 53 |
0105 | 54 |
0106 | 55 |
0107 | 56 |
0108 | 57 |
0109 | 58 |
0110 | 59 |
0111 | 60 |
0112 | 61 |
0113 | 62 |
0114 | 63 |
0115 | 64 |
0116 | 65 |
0117 | 66 |
0118 | 67 |
0119 | 68 |
0120 | 69 |
0121 | 70 |
0122 | 71 |
0123 | 72 |
0124 | 73 |
0125 | 74 |
0126 | 75 |
0127 | 76 |
0128 | 77 |
0129 | 78 |
0130 | 79 |
0131 | 80 |
0132 | 81 |
0133 | 82 |
0134 | 83 |
0135 | 84 |
0136 | 85 |
0137 | 86 |
0138 | 87 |
0139 | 88 |
0140 | 89 |
0141 | 90 |
0142 | 91 |
0143 | 92 |
0144 | 93 |
0145 | 94 |
0146 | 95 |
0147 | 96 |
0148 | 97 |
0149 | 98 |
0150 | 99 |
0151 | 100 |
0152 | 101 |
0153 | 102 |
0154 | 103 |
0155 | 104 |
0156 | 105 |
0157 | 106 |
0158 | 107 |
0159 | 108 |
0160 | 109 |
0161 | 110 |
0162 | 111 |
0163 | 112 |
0164 | 113 |
0165 | 114 |
0166 | 115 |
0167 | 116 |
0168 | 117 |
0169 | 118 |
0170 | 119 |
0171 | 120 |
0172 | 121 |
0173 | 122 |
0174 | 123 |
0175 | 124 |
0176 | 125 |
0177 | 126 |
0178 | 127 |
0179 | 128 |
0180 | 129 |
0181 | 130 |
0182 | 131 |
0183 | 132 |
0184 | 133 |
0185 | 134 |
0186 | 135 |
0187 | 136 |
0188 | 137 |
0189 | 138 |
0190 | 139 |
0191 | 140 |
0192 | 141 |
0193 | 142 |
0194 | 143 |
0195 | 144 |
0196 | 145 |
0197 | 146 |
0198 | 147 |
0199 | 148 |
0200 | 149 |
0201 | 150 |
0202 | 151 |
0203 | 152 |
0204 | 153 |
0205 | 154 |
0206 | 155 |
0207 | 156 |
0208 | 157 |
0209 | 158 |
0210 | 159 |
0211 | 160 |
0212 | 161 |
0213 | 162 |
0214 | 163 |
0215 | 164 |
0216 | 165 |
0217 | 166 |
0218 | 167 |
0219 | 168 |
0220 | 169 |
0221 | 170 |
0222 | 171 |
0223 | 172 |
0224 | 173 |
0225 | 174 |
0226 | 175 |
0227 | 176 |
0228 | 177 |
0229 | 178 |
0230 | 179 |
0231 | 180 |
0232 | 181 |
0233 | 182 |
0234 | 183 |
0235 | 184 |
0236 | 185 |
0237 | 186 |
0238 | 187 |
0239 | 188 |
0240 | 189 |
0241 | 190 |
0242 | 191 |
0243 | 192 |
0244 | 193 |
0245 | 194 |
0246 | 195 |
0247 | 196 |
0248 | 197 |
0249 | 198 |
0250 | 199 |
0251 | 200 |
0252 | 201 |
0253 | 202 |
0254 | 203 |
0255 | 204 |
0256 | 205 |
0257 | 206 |
0258 | 207 |
0259 | 208 |
0260 | 209 |
0261 | 210 |
0262 | 211 |
0263 | 212 |
0264 | 213 |
0265 | 214 |
0266 | 215 |
0267 | 216 |
0268 | 217 |
0269 | 218 |
0270 | 219 |
0271 | 220 |
0272 | 221 |
0273 | 222 |
0274 | 223 |
0275 | 224 |
0276 | 225 |
0277 | 226 |
0278 | 227 |
0279 | 228 |
0280 | 229 |
0281 | 230 |
0282 | 231 |
0283 | 232 |
0284 | 233 |
0285 | 234 |
0286 | 235 |
0287 | 236 |
0288 | 237 |
0289 | 238 |
0290 | 239 |
0291 | 240 |
0292 | 241 |
0293 | 242 |
0294 | 243 |
0295 | 244 |
0296 | 245 |
0297 | 246 |
0298 | 247 |
0299 | 248 |
0300 | 249 |
0301 | 250 |
0302 | 251 |
0303 | 252 |
0304 | 253 |
0305 | 254 |
0306 | 255 |
0307 | 256 |
0308 | 257 |
0309 | 258 |
0310 | 259 |
0311 | 260 |
0312 | 261 |
0313 | 262 |
0314 | 263 |
0315 | 264 |
0316 | 265 |
0317 | 266 |
0318 | 267 |
0319 | 268 |
0320 | 269 |
0321 | 270 |
0322 | 271 |
0323 | 272 |
0324 | 273 |
0325 | 274 |
0326 | 275 |
0327 | 276 |
0328 | 277 |
0329 | 278 |
0330 | 279 |
0331 | 280 |
0332 | 281 |
0333 | 282 |
0334 | 283 |
0335 | 284 |
0336 | 285 |
0337 | 286 |
0338 | 287 |
0339 | 288 |
0340 | 289 |
0341 | 290 |
0342 | 291 |
0343 | 292 |
0344 | 293 |
0345 | 294 |
0346 | 295 |
0347 | 296 |
0348 | 297 |
0349 | 298 |
0350 | 299 |
0351 | 300 |
0352 | 301 |
0353 | 302 |
0354 | 303 |
0355 | 304 |
0356 | 305 |
0357 | 306 |
0358 | 307 |
0359 | 308 |
0360 | 309 |
0361 | 310 |
0362 | 311 |
0363 | 312 |
0364 | 313 |
0365 | 314 |
0366 | 315 |
0367 | 316 |
0368 | 317 |
0369 | 318 |
0370 | 319 |
0371 | 320 |
0372 | 321 |
0373 | 322 |
0374 | 323 |
0375 | 324 |
0376 | 325 |
0377 | 326 |
0378 | 327 |
0379 | 328 |
0380 | 329 |
0381 | 330 |
0382 | 331 |
0383 | 332 |
0384 | 333 |
0385 | 334 |
0386 | 335 |
0387 | 336 |
0388 | 337 |
0389 | 338 |
0390 | 339 |
0391 | 340 |
0392 | 341 |
0393 | 342 |
0394 | 343 |
0395 | 344 |
0396 | 345 |
0397 | 346 |
0398 | 347 |
0399 | 348 |
0400 | 349 |
0401 | 350 |
0402 | 351 |
0403 | 352 |
0404 | 353 |
0405 | 354 |
0406 | 355 |
0407 | 356 |
0408 | 357 |
0409 | 358 |
0410 | 359 |
0411 | 360 |
0412 | 361 |
0413 | 362 |
0414 | 363 |
0415 | 364 |
0416 | 365 |
0417 | 366 |
0418 | 367 |
0419 | 368 |
0420 | 369 |
0421 | 370 |
0422 | 371 |
0423 | 372 |
0424 | 373 |
0425 | 374 |
0426 | 375 |
0427 | 376 |
0428 | 377 |
0429 | 378 |
0430 | 379 |
0431 | 380 |
0432 | 381 |
0433 | 382 |
0434 | 383 |
0435 | 384 |
0436 | 385 |
0437 | 386 |
0438 | 387 |
0439 | 388 |
0440 | 389 |
0441 | 390 |
0442 | 391 |
0443 | 392 |
0444 | 393 |
0445 | 394 |
0446 | 395 |
0447 | 396 |
0448 | 397 |
0449 | 398 |
0450 | 398 |
0451 | 398 |
0452 | 399 |
0461 | 408 |
0462 | 409 |
0463 | 410 |
0464 | 411 |
0465 | 412 |
0466 | 413 |
0467 | 414 |
0468 | 415 |
0469 | 416 |
0470 | 417 |
0471 | 418 |
0472 | 419 |
0473 | 420 |
0474 | 421 |
0475 | 422 |
0476 | 423 |
0477 | 424 |
0478 | 425 |
0479 | 426 |
0480 | 427 |
0481 | 428 |
0482 | 429 |
0483 | 430 |
0484 | 430 |
0485 | 430 |
0486 | 431 |
0487 | 432 |
0488 | 433 |
0489 | 434 |
0490 | 435 |
0491 | 436 |
0492 | 437 |
0493 | 438 |
0494 | 439 |
0495 | 440 |
0496 | 441 |
0497 | 442 |
0498 | 443 |
0499 | 444 |
0500 | 445 |
0501 | 446 |
0502 | 447 |
0503 | 448 |
0504 | 449 |
0505 | 450 |
0506 | 451 |
0507 | 452 |
0508 | 453 |
0509 | 454 |
0510 | 455 |
0511 | 456 |
0512 | 457 |
0513 | 458 |
0514 | 459 |
0515 | 460 |
0516 | 461 |
0517 | 462 |
0518 | 463 |
0519 | 464 |
0520 | 465 |
0521 | 466 |
0522 | 467 |
0523 | 468 |
0524 | 469 |
0525 | 470 |
0526 | 471 |
0527 | 472 |
0528 | 473 |
0529 | 474 |
0530 | 475 |
0531 | 476 |
0532 | 477 |
0533 | 478 |
0534 | 479 |
0535 | 480 |
0536 | 481 |
0537 | 482 |
0538 | 483 |
0539 | 484 |
0540 | 485 |
0541 | 486 |
0542 | 487 |
0543 | 488 |
0544 | 489 |
0545 | 490 |
0546 | 491 |
0547 | 492 |
0548 | 493 |
0549 | 494 |
0550 | 495 |
0551 | 496 |
0552 | 497 |
0553 | 498 |
0554 | 499 |
0555 | 500 |
0556 | 501 |
0557 | 502 |
0558 | 503 |
0559 | 504 |
0560 | 505 |
0561 | 506 |
0562 | 507 |
0563 | 508 |
0564 | 509 |
0565 | 510 |
0566 | 511 |
0567 | 512 |
0568 | 513 |
0569 | 514 |
0570 | 515 |
0571 | 516 |
0572 | 517 |
0573 | 518 |
0574 | 519 |
0575 | 520 |
0576 | 521 |
0577 | 522 |
0578 | 523 |
0579 | 524 |
0580 | 525 |
0581 | 526 |
0582 | 527 |
0583 | 528 |
0584 | 529 |
0585 | 530 |
0586 | 531 |
0587 | 532 |
0588 | 533 |
0589 | 534 |
0590 | 535 |
0591 | 536 |
0592 | 537 |
0593 | 538 |
0594 | 539 |
0595 | 540 |
0596 | 541 |
0597 | 542 |
0598 | 543 |
0599 | 544 |
0600 | 545 |
0601 | 546 |
0602 | 547 |
0603 | 548 |
0604 | 549 |
0605 | 550 |
0606 | 551 |
0607 | 552 |
0608 | 553 |
0609 | 554 |
0610 | 555 |
0611 | 556 |
0612 | 557 |
0613 | 558 |
0614 | 559 |
0615 | 560 |
0616 | 561 |
0617 | 562 |
0618 | 563 |
0619 | 564 |
0620 | 565 |
0621 | 566 |
0622 | 567 |
0623 | 568 |
0624 | 569 |
0625 | 570 |
0626 | 571 |
0627 | 572 |
0628 | 573 |
0629 | 574 |
0631 | 576 |
0632 | 577 |
0633 | 578 |
0634 | 579 |
0635 | 580 |
0636 | 581 |
0637 | 582 |
0638 | 583 |
0639 | 584 |
0640 | 585 |
0641 | 586 |
0642 | 587 |
0643 | 588 |
0644 | 589 |
0645 | 590 |
0646 | 591 |
0647 | 592 |
0648 | 593 |
0649 | 594 |
0650 | 595 |
0651 | 596 |
0652 | 597 |
0653 | 598 |
0654 | 599 |
0655 | 600 |
0656 | 601 |
0657 | 602 |
0658 | 603 |
0659 | 604 |
0660 | 605 |
0661 | 606 |
0662 | 607 |
0663 | 608 |
0664 | 609 |
0665 | 610 |
0666 | 611 |
0667 | 612 |
0668 | 613 |
0669 | 614 |
0670 | 615 |
0671 | 616 |
0672 | 617 |
0673 | 618 |
0674 | 619 |
0675 | 620 |
0676 | 621 |
0677 | 622 |
0678 | 623 |
0679 | 624 |
0680 | 625 |
0681 | 626 |
0682 | 627 |
0683 | 628 |
0684 | 629 |
0685 | 630 |
0686 | 631 |
0687 | 632 |
0688 | 633 |
0689 | 634 |
0690 | 635 |
0691 | 636 |
0692 | 637 |
0693 | 638 |
0694 | 639 |
0695 | 640 |
0696 | 641 |
0697 | 642 |
0698 | 643 |
0699 | 644 |
0700 | 645 |
0701 | 646 |
0702 | 647 |
0703 | 648 |
0704 | 649 |
0705 | 650 |
0706 | 651 |
0707 | 652 |
0708 | 653 |
0709 | 654 |
0710 | 655 |
0711 | 656 |
0712 | 657 |
0713 | 658 |
0714 | 659 |
0715 | 660 |
0716 | 661 |
0717 | 662 |
0718 | 663 |
0719 | 664 |
0720 | 665 |
0721 | 666 |
0722 | 667 |
0723 | 668 |
0724 | 669 |
0725 | 670 |
0726 | 671 |
0727 | 672 |
0728 | 673 |
0729 | 674 |
0730 | 675 |
0731 | 676 |
0732 | 677 |
0733 | 678 |
0734 | 679 |
0735 | 680 |
0736 | 681 |
0737 | 682 |
0738 | 683 |
0739 | 684 |
0740 | 685 |
0741 | 686 |
0742 | 687 |
0743 | 688 |
0744 | 689 |
0745 | 690 |
0746 | 691 |
0747 | 692 |
0748 | 693 |
0749 | 694 |
0750 | 695 |
0751 | 696 |
0752 | 697 |
0753 | 698 |
0754 | 699 |
0755 | 700 |
0756 | 701 |
0757 | 702 |
0758 | 703 |
0759 | 704 |
0760 | 705 |
0761 | 706 |
0762 | 707 |
0763 | 708 |
0764 | 709 |
0765 | 710 |
0766 | 711 |
0767 | 712 |
0768 | 713 |
0769 | 714 |
0770 | 715 |
0771 | 716 |
0772 | 717 |
0773 | 718 |
0774 | 719 |
0775 | 720 |
0776 | 721 |
0777 | 722 |
0778 | 723 |
0779 | 724 |
0780 | 725 |
0781 | 726 |
0782 | 727 |
0783 | 728 |
0784 | 729 |
0786 | 731 |
0787 | 732 |
0788 | 733 |
0789 | 734 |
0790 | 735 |
0791 | 736 |
0792 | 737 |
0793 | 738 |
0794 | 739 |
0795 | 740 |
0796 | 741 |
0797 | 742 |
0798 | 743 |
0799 | 744 |
0800 | 745 |
0801 | 746 |
0802 | 747 |
0803 | 748 |
0804 | 749 |
0805 | 750 |
0806 | 751 |
0807 | 752 |
0808 | 753 |
0809 | 754 |
0810 | 755 |
0811 | 756 |
0812 | 757 |
0813 | 758 |
0814 | 759 |
0815 | 760 |
0816 | 761 |
0817 | 762 |
0818 | 763 |
0819 | 764 |
0820 | 765 |
0821 | 766 |
0822 | 767 |
0823 | 768 |
0824 | 769 |
0825 | 770 |
0826 | 771 |
0827 | 772 |
0828 | 773 |
0829 | 774 |
0830 | 775 |
0831 | 776 |
0832 | 777 |
0833 | 778 |
0834 | 779 |
0835 | 780 |
0836 | 781 |
0837 | 782 |
0838 | 783 |
0839 | 784 |
0840 | 785 |
0841 | 786 |
0842 | 787 |
0843 | 788 |
0844 | 789 |
0845 | 790 |
0846 | 791 |
0847 | 792 |
0848 | 793 |
0849 | 794 |
0850 | 795 |
0851 | 796 |
0852 | 797 |
0853 | 798 |
0854 | 799 |
0855 | 800 |
0856 | 801 |
0857 | 802 |
0858 | 803 |
0859 | 804 |
0860 | 805 |
0861 | 806 |
0862 | 807 |
0863 | 808 |
0864 | 809 |
0865 | 810 |
0866 | 811 |
0867 | 812 |
0868 | 813 |
0869 | 814 |
0870 | 815 |
0871 | 816 |
0872 | 817 |
0873 | 818 |
0874 | 819 |
0875 | 820 |
0876 | 821 |
0877 | 822 |
0878 | 823 |
0879 | 824 |
0880 | 825 |
0881 | 826 |
0882 | 827 |
0883 | 828 |
0884 | 829 |
0885 | 830 |
0886 | 831 |
0887 | 832 |
0888 | 833 |
0889 | 834 |
0890 | 835 |
0891 | 836 |
0892 | 837 |
0894 | 839 |
0895 | 840 |
0896 | 841 |
0898 | 842 |
0899 | 843 |
0900 | 844 |
Часто встречающиеся слова и выражения
Аполлона архаичных Асклепия ашвамедхи Ашвины бога брахман вариант Вафтруднира ведийской виде вода возможность вопрос времени всего выше Геродота говоря горшка Громовержца данного денотата детей дома др древних других есть жертву животных загадки заговора здесь земля знаков знаковых значение известно именно Индра исследования истории исторических каждый концепта коня космологических которые Лауме лексемы место мира мирового дерева мифологических мифопоэтической Мнемосины могут может можно Муз мышей названия например небо некоторых нового образом обрядах общей обычно огонь один одной описания основного мифа особенно особый ответ отношении первый посуды Поэтому правила представления признак пример пространства Пуруши пути работы разных реконструкции речь Ригведы ритуала ритуале ритуальных рода ряда сакрального само светофора своего свойства связаны связи семантика семиотики семиотических системы ситуации сл следует слова случае смысле солнце соответствующих ср стороны стригоев структуры существенно схемы там Тарту текста тела тем типа том тому Топоров традиции Упанишадах уровне формы Фукидида функции царя части частности человека элементов является языка semiotics