Jāyasī kā kāvyaIṇḍiyana Yūnivarsiṭī Presa ke lie Himālaya Pākeṭa Buksa, 1973 - Всего страниц: 168 |
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Стр. 81
... संस्कृति में दूसरे के धर्म एवं संस्कृति के लिये तनिक भी सहिष्णुता नहीं है । उनके यहाँ कुरान में इस सहिष्णुता को कुफ कहा गया है ...
... संस्कृति में दूसरे के धर्म एवं संस्कृति के लिये तनिक भी सहिष्णुता नहीं है । उनके यहाँ कुरान में इस सहिष्णुता को कुफ कहा गया है ...
Стр. 123
... संस्कृति का कोई भी चित्र उप- लब्ध नहीं होता है जबकि जायसी के ' पद्मावत ' में भारतीय संस्कृति के अनेक चित्र दिखायी देते हैं ; यथा ...
... संस्कृति का कोई भी चित्र उप- लब्ध नहीं होता है जबकि जायसी के ' पद्मावत ' में भारतीय संस्कृति के अनेक चित्र दिखायी देते हैं ; यथा ...
Стр. 130
... संस्कृति प्रतीकों से श्रोत - प्रोत होती हैं किन्तु इनमें अन्तर रहता है । एक देश के प्रतीक दूसरे देश के प्रतीकों से भिन्न होते हैं ...
... संस्कृति प्रतीकों से श्रोत - प्रोत होती हैं किन्तु इनमें अन्तर रहता है । एक देश के प्रतीक दूसरे देश के प्रतीकों से भिन्न होते हैं ...
Часто встречающиеся слова и выражения
अतः अधिक अन्य अपनी अपने अर्थ अल्लाह आदि इन इस प्रकार इसके इसमें इसी इस्लाम इस्लाम धर्म ईश्वर उनके उन्होंने उसकी उसके उसी उसे एक एवं कथा कबीर कर करता है करते करना करने कवि कवि ने कवियों ने कहा का प्रतीक का वर्णन काव्य काव्य में किया है की की ओर की है कुछ के कारण के लिए केवल को कोई खण्ड गया है चित्रण जब जायसी ने जीवन जो तक तथा तो था थे दिया दोनों द्वारा धर्म नहीं नहीं है नागमती नाम पद्मावत पर परमात्मा पृ० प्रतीकों प्रयोग प्रस्तुत प्रेम प्रेम का फ़ारसी ब्रह्म भारतीय भावना भाषा भी मुहम्मद में भी यथा यद्यपि यह या ये रत्नसेन राजा राम वह वही विरह वे शब्द सब समन्वय साथ साधना साहित्य सूफ़ी से सौन्दर्य स्थान हिन्दी साहित्य ही हुआ है हुई हुए हृदय है और है कि हैं हो जाता है होकर होता है होती होते होने