Jāyasī kā kāvyaIṇḍiyana Yūnivarsiṭī Presa ke lie Himālaya Pākeṭa Buksa, 1973 - Всего страниц: 168 |
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Стр. 57
... करते हुए हल्लाज़ ने ' नासूत ' एवं ' लाहूत ' की कल्पना की थी ... करते हुये ' नासूत ' ( नरलोक ) में विहार करता है ; द्वितीया- वस्था में ' मुरीद ...
... करते हुए हल्लाज़ ने ' नासूत ' एवं ' लाहूत ' की कल्पना की थी ... करते हुये ' नासूत ' ( नरलोक ) में विहार करता है ; द्वितीया- वस्था में ' मुरीद ...
Стр. 60
... करता है । जायसी की उपर्युक्त पंक्ति में श्राये ' चारि निसेनी ' शब्द ... करते हुये अपने प्रयत्न में , ( परमात्मा ) के निरन्तर ध्यान घोर ...
... करता है । जायसी की उपर्युक्त पंक्ति में श्राये ' चारि निसेनी ' शब्द ... करते हुये अपने प्रयत्न में , ( परमात्मा ) के निरन्तर ध्यान घोर ...
Стр. 78
... करते थे तथा माँस भक्षण , सुरापान एवम् व्यभिचार को साधना के रूप में स्वीकार करते थे । इसके अतिरिक्त ये सिद्ध लोग सामान्य जनता को ...
... करते थे तथा माँस भक्षण , सुरापान एवम् व्यभिचार को साधना के रूप में स्वीकार करते थे । इसके अतिरिक्त ये सिद्ध लोग सामान्य जनता को ...
Часто встречающиеся слова и выражения
अतः अधिक अन्य अपनी अपने अर्थ अल्लाह आदि इन इस प्रकार इसके इसमें इसी इस्लाम इस्लाम धर्म ईश्वर उनके उन्होंने उसकी उसके उसी उसे एक एवं कथा कबीर कर करता है करते करना करने कवि कवि ने कवियों ने कहा का प्रतीक का वर्णन काव्य काव्य में किया है की की ओर की है कुछ के कारण के लिए केवल को कोई खण्ड गया है चित्रण जब जायसी ने जीवन जो तक तथा तो था थे दिया दोनों द्वारा धर्म नहीं नहीं है नागमती नाम पद्मावत पर परमात्मा पृ० प्रतीकों प्रयोग प्रस्तुत प्रेम प्रेम का फ़ारसी ब्रह्म भारतीय भावना भाषा भी मुहम्मद में भी यथा यद्यपि यह या ये रत्नसेन राजा राम वह वही विरह वे शब्द सब समन्वय साथ साधना साहित्य सूफ़ी से सौन्दर्य स्थान हिन्दी साहित्य ही हुआ है हुई हुए हृदय है और है कि हैं हो जाता है होकर होता है होती होते होने