Jāyasī kā kāvyaIṇḍiyana Yūnivarsiṭī Presa ke lie Himālaya Pākeṭa Buksa, 1973 - Всего страниц: 168 |
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Стр. 17
... अन्य कथाओं से कुछ अंशों में अन्तर रखता है । नायक विरह - पीड़ित होकर स्वेच्छा से गृह त्याग नहीं करता श्रपितु गुरू के द्वारा उपयुक्त ...
... अन्य कथाओं से कुछ अंशों में अन्तर रखता है । नायक विरह - पीड़ित होकर स्वेच्छा से गृह त्याग नहीं करता श्रपितु गुरू के द्वारा उपयुक्त ...
Стр. 22
... अन्य कई प्रवृत्तियां इसमें नहीं मिलतीं । सर्वथा सूफ़ी मसनवियों ... अन्य प्रेमाख्यानों से पृथक है । अन्य प्रेम गाथाओं में नायक ...
... अन्य कई प्रवृत्तियां इसमें नहीं मिलतीं । सर्वथा सूफ़ी मसनवियों ... अन्य प्रेमाख्यानों से पृथक है । अन्य प्रेम गाथाओं में नायक ...
Стр. 30
... अन्य विषयों के साथ - साथ उसके वर्ण्य विषय में भी परिवर्तन होना अनिवार्य हो जाता है । वीरगाथाकालीन काव्य का वर्ण्य विषय युद्ध ...
... अन्य विषयों के साथ - साथ उसके वर्ण्य विषय में भी परिवर्तन होना अनिवार्य हो जाता है । वीरगाथाकालीन काव्य का वर्ण्य विषय युद्ध ...
Часто встречающиеся слова и выражения
अतः अधिक अन्य अपनी अपने अर्थ अल्लाह आदि इन इस प्रकार इसके इसमें इसी इस्लाम इस्लाम धर्म ईश्वर उनके उन्होंने उसकी उसके उसी उसे एक एवं कथा कबीर कर करता है करते करना करने कवि कवि ने कवियों ने कहा का प्रतीक का वर्णन काव्य काव्य में किया है की की ओर की है कुछ के कारण के लिए केवल को कोई खण्ड गया है चित्रण जब जायसी ने जीवन जो तक तथा तो था थे दिया दोनों द्वारा धर्म नहीं नहीं है नागमती नाम पद्मावत पर परमात्मा पृ० प्रतीकों प्रयोग प्रस्तुत प्रेम प्रेम का फ़ारसी ब्रह्म भारतीय भावना भाषा भी मुहम्मद में भी यथा यद्यपि यह या ये रत्नसेन राजा राम वह वही विरह वे शब्द सब समन्वय साथ साधना साहित्य सूफ़ी से सौन्दर्य स्थान हिन्दी साहित्य ही हुआ है हुई हुए हृदय है और है कि हैं हो जाता है होकर होता है होती होते होने