Hindī-kāvya meṃ niyativādaKitāba Mahala, 1964 - Всего страниц: 384 |
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Стр. 16
... सब मानवेतर किसी शक्ति द्वारा नियत है । मानवीय प्रयत्न और पुरुषार्थ उस शक्ति के विधान में किसी भी प्रकार का परि- वर्तन नहीं कर सकते ...
... सब मानवेतर किसी शक्ति द्वारा नियत है । मानवीय प्रयत्न और पुरुषार्थ उस शक्ति के विधान में किसी भी प्रकार का परि- वर्तन नहीं कर सकते ...
Стр. 190
... सब प्रकार समर्थ एवं असम्भव को भी सम्भव बना देने वाला माना है । उनके मतानुसार भगवद्- नुग्रह से ही सब कुछ होता है । मानव- पुरुषार्थ का ...
... सब प्रकार समर्थ एवं असम्भव को भी सम्भव बना देने वाला माना है । उनके मतानुसार भगवद्- नुग्रह से ही सब कुछ होता है । मानव- पुरुषार्थ का ...
Стр. 257
... सब सुख पावें , जिनका बोया सब जन खायें । हाय हाय उनके बालक नित , भूखों के मारे चिल्लायें । -- सम्पा ० बनारसीदास चतुर्वेदी : बालमुकुन्द ...
... सब सुख पावें , जिनका बोया सब जन खायें । हाय हाय उनके बालक नित , भूखों के मारे चिल्लायें । -- सम्पा ० बनारसीदास चतुर्वेदी : बालमुकुन्द ...
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Часто встречающиеся слова и выражения
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