Hindī-kāvya meṃ niyativādaKitāba Mahala, 1964 - Всего страниц: 384 |
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Стр. 169
Rāmagopāla Śarmā. ५. नियति- प्रेरणा से राम का आश्रम -गमन एवं सीता - परिणय -- धीरे - धीरे राम बड़े होते हैं और अपने अनुजों सहित बाल लीला करते हैं ...
Rāmagopāla Śarmā. ५. नियति- प्रेरणा से राम का आश्रम -गमन एवं सीता - परिणय -- धीरे - धीरे राम बड़े होते हैं और अपने अनुजों सहित बाल लीला करते हैं ...
Стр. 174
... राम सीय पद सहज सनेहू ॥ १ ॥ वे जब राम पिता दशरथ से आज्ञा माँगते हैं , तो दुखी होकर कहते हैं कि हे राम ! वेद की नीति यह है कि ईश्वर ...
... राम सीय पद सहज सनेहू ॥ १ ॥ वे जब राम पिता दशरथ से आज्ञा माँगते हैं , तो दुखी होकर कहते हैं कि हे राम ! वेद की नीति यह है कि ईश्वर ...
Стр. 187
... राम - कथा प्रस्तुत की गई है । कथा के साथ उनके नियति- विश्वास भी यत्र - तत्र बिखरे मिल जाते हैं । यथा , विवाहोपरान्त राम राज भवन में ...
... राम - कथा प्रस्तुत की गई है । कथा के साथ उनके नियति- विश्वास भी यत्र - तत्र बिखरे मिल जाते हैं । यथा , विवाहोपरान्त राम राज भवन में ...
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Часто встречающиеся слова и выражения
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