Hindī-kāvya meṃ niyativādaKitāba Mahala, 1964 - Всего страниц: 384 |
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Стр. 8
... इस प्रकार का अन्य कोई प्रयास नहीं मिलता । इसलिए प्रस्तुत प्रकरण का समस्त अनुशीलन न केवल मेरा मौलिक प्रयास है , अपितु पूर्ववर्ती ...
... इस प्रकार का अन्य कोई प्रयास नहीं मिलता । इसलिए प्रस्तुत प्रकरण का समस्त अनुशीलन न केवल मेरा मौलिक प्रयास है , अपितु पूर्ववर्ती ...
Стр. 9
... इस दृष्टि से देश - प्रेम की स्वतंत्र कविताओं से लेकर पौराणिक एवं ऐतिहासिक आख्यानों पर लिखे गए राष्ट्रीय गौरवा- भिमान के व्यंजक सभी ...
... इस दृष्टि से देश - प्रेम की स्वतंत्र कविताओं से लेकर पौराणिक एवं ऐतिहासिक आख्यानों पर लिखे गए राष्ट्रीय गौरवा- भिमान के व्यंजक सभी ...
Стр. 243
Rāmagopāla Śarmā. निष्कर्ष इस समस्त विवेचन के पश्चात् हमको जो निष्कर्ष प्राप्त होते हैं , वे इस प्रकार हैं : ( १ ) रीतिकाल के शृंगार - रस ...
Rāmagopāla Śarmā. निष्कर्ष इस समस्त विवेचन के पश्चात् हमको जो निष्कर्ष प्राप्त होते हैं , वे इस प्रकार हैं : ( १ ) रीतिकाल के शृंगार - रस ...
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Часто встречающиеся слова и выражения
अतः अनेक अपनी अपने अभिव्यक्ति आदि इस इस प्रकार ई० ईश्वर उनका उनकी उनके उन्हें उस उसका उसकी उसके उसमें उसे एक एवं ओर और कबीर कर करके करता है करती करते करने कर्म कर्मों कवि कहते हैं का काल काव्य में किन्तु किया है किसी की कुछ के कारण के लिए के साथ को कोई गई गति गया है छंद जब जा जाता है जाती जीव के जीवन जो तक तथा तब तो था थी थे दिया दुख नहीं नियति नियतिवाद नियतिवाद की ने पर पृष्ठ प्रभाव प्राप्त फल भवितव्यता भाग भाग्य भारत भारतीय भावना भी भोग मनुष्य में नियतिवाद यह या रहा राम रामचरितमानस वह वही वाले वि० विधाता विधि विभिन्न विश्वास वे शक्ति सकता सब समय समस्त साहित्य सीता से स्थान हम हिन्दी हिन्दी साहित्य ही हुआ हुई हुए है और है कि है तथा हो होता है होती होते होने