Khaṛī Bolī kavitā meṃ viraha-varṇanaSarasvatī Pustaka Sadana, 1964 - Всего страниц: 556 |
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Стр. 226
... उस समय हम प्रत्यक्ष ही नहीं , कला में भी नारी के दर्शन त्यागमयी के रूप में करना चाहते थे । कुछ आगे पीछे स्वयं नारियाँ भी शकुन्तला ...
... उस समय हम प्रत्यक्ष ही नहीं , कला में भी नारी के दर्शन त्यागमयी के रूप में करना चाहते थे । कुछ आगे पीछे स्वयं नारियाँ भी शकुन्तला ...
Стр. 486
... उस दिन ' ' उस मिलन ' तथा ' उस पार ' का जो बारंबार उल्लेख करता है , वह जीवन के प्रतीत से सम्बन्धित मिलन - पर्व का सूचक है , जो साधनात्मक या ...
... उस दिन ' ' उस मिलन ' तथा ' उस पार ' का जो बारंबार उल्लेख करता है , वह जीवन के प्रतीत से सम्बन्धित मिलन - पर्व का सूचक है , जो साधनात्मक या ...
Стр. 492
... उस दिन दूर क्षितिज के पार , मिटना था निर्वारण जहाँ नीरव रोदन था पहरेदार । कवयित्री उस मिलन को ' सपना ' नहीं मान सकती , अब तक उस मिलन के ...
... उस दिन दूर क्षितिज के पार , मिटना था निर्वारण जहाँ नीरव रोदन था पहरेदार । कवयित्री उस मिलन को ' सपना ' नहीं मान सकती , अब तक उस मिलन के ...
Часто встречающиеся слова и выражения
अधिक अनेक अपनी अपने अब इत्यादि इस उनकी उनके उस उसका उसकी उसके उसे ऊर्मिला एक एवं ऐसा ऐसे और कबीर कर करता है करती करते करने कवि कविता कवियों का कालिदास काव्य काव्य में किया है किसी की की दृष्टि से कुछ कृष्ण के कारण के प्रति केवल को कोई क्या क्योंकि क्षेत्र जब जा जाता है जीवन जो तक तथा तब तुलसीदास तो था थी थे दिया नहीं है नारी ने पर प्रकट प्रकार प्रभाव प्रसाद प्राप्त प्रिय प्रेम बन बहुत भारत भाव भी महादेवी महान में भी मेघदूत मैं मैथिलीशरण यदि यह या युग रस रहता है रहा रही रहे राम रूप में वर्णन वह वात्सल्य वाले विद्यापति वियोग विरह विरह के विरह-वर्णन वे वेदना सकता है सभी सर्ग साकेत साहित्य सीता सूर स्थान स्पष्ट स्मृति हम हिंदी हिन्दी ही हुआ है हुई हुए हृदय है कि हैं हो होता है होती होते होने